श्रीजी की अद्भुत सामग्रियां
श्रीजी में बसंत पंचमी से डोलोत्सव तक के चालीस दिन प्रतिदिन राजभोग दर्शन में गुलाल खेल होता है.
गुलाल खेल के पश्चात अनोसर भोग में श्रम भोग के रूप में ठाकुरजी को खेल का साज आरोगाया जाता है.
खेल साज में कई प्रकार के कच्चे सूखे मेवा, सभी प्रकार के फल, मिश्री, मलाई पूड़ी, मावे की बर्फी, शाकघर के खिलौना, फल आदि के खिलौना अरोगाये जाते हैं.
प्रस्तुत चित्र में शाकघर के खिलौना में आज मावा एवम् मेवा के मिश्रण से दुमाला के ऊपर सिरपैंच, लूम, कलगा (भीमसेनी क़तरा) बनाया गया हे जिसके ऊपर पिस्ता एवं बादाम के मिश्रण से कलाकारी की गई हे एवं पिस्ता के टुकड़ों से सजा कर के श्रीजी को आरोगाया गया हैं.
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