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Thursday, 27 July 2023

व्रज -श्रावण शुक्ल दशमी

व्रज -श्रावण शुक्ल दशमी
Friday, 28 July 2023

फ़िरोज़ी मलमल का पिछोड़ा एवं श्रीमस्तक पर गोल पाग पर गोल चंद्रिका के  श्रृंगार

आज के मनोरथ-

राजभोग में कमल की मंडली

शाम को ब्रज कमल

आज श्रीजी को फ़िरोज़ी मलमल का पिछोड़ा एवं श्रीमस्तक पर गोल पाग पर गोल चंद्रिका का श्रृंगार धराया जायेगा.

राजभोग दर्शन – 

कीर्तन – (राग : मल्हार)

चल सखी देखन नंद किशोर l
श्रीराधाजु संग लीये बिहरत रुचिर कुंज घन सोर ll 1 ll
उमगी घटा चहुँ दिशतें बरखत है घनघोर l
तैसी लहलहातसों दामन पवन नचत अति जोर ll 2 ll
पीत वसन वनमाल श्याम के सारी सुरंग तनगोर l
जुग जुग केलि करो ‘परमानंद’ नैन सिरावत मोर ll 3 ll

साज – श्रीजी में आज फ़िरोज़ी मलमल पर सुनहरी ज़री की तुईलैस की किनारी से सुसज्जित पिछवाई धरायी जाती है. गादी और तकिया के ऊपर सफेद बिछावट की जाती है तथा स्वर्ण की रत्नजड़ित चरणचौकी के ऊपर हरी मखमल मढ़ी हुई होती है.

वस्त्र – श्रीजी को आज फ़िरोज़ी मलमल का रूपहरी किनारी का पिछोड़ा धराया जाता है. ठाड़े वस्त्र स्याम चुंदड़ी के होते हैं.

श्रृंगार – श्रीजी को आज छोटा (कमर तक) का हल्का श्रृंगार धराया जाता है. माणक के सर्वआभरण धराये जाते हैं. 
श्रीमस्तक पर फ़िरोज़ी गोल पाग के ऊपर सिरपैंच, सुनहरी लूम तथा गोल चंद्रिका एवं बायीं ओर शीशफूल धराया जाता है. श्रीकर्ण एक जोड़ी कर्णफूल धराये जाते हैं. 
 सफेद एवं पीले पुष्पों की दो मालाजी धरायी जाती हैं. 
श्रीहस्त में कमलछड़ी, लाल मीना के वेणुजी एवं एक वेत्रजी धराये जाते हैं.
पट फ़िरोज़ी व गोटी चाँदी की आती है. 

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